प्रारंभिक स्थिति :
खड़े रहें।

ध्यान दें :
पूरे शरीर पर।

श्वास :
सामान्य।

दोहराना :
50 कदम ऐडी पर, 50 कदम पंजों पर।

अभ्यास :
सीधे और आराम से खड़े हों। हाथों की अंगुलियों को आपस में पकड़ लें। > पूरक करते हुए, बाजुओं को सिर के ऊपर से उठायें और सारे शरीर को खींचें। हाथों की तरफ देखें। सामान्य श्वास लेते हुए 50 कदम एडियों पर और 50 कदम पंजों पर चलें।

लाभ :
यह सारे शरीर को अनुप्राणित करता है, खींचता है और तनावहीन करता है। यह टांगों और पैरों की मांसपेशियों को शक्ति देता है और इस कारण सिकुड़ी मेहरावों वाले व सपाट (पंजों) पैरों के लिए अच्छा, लाभदायक है। यह टांगों में शिराओं (नसों) की वापसी के अवसर देता है। ऐडी के बल चलने से पिंडली की मांसपेशियां खुलती हैं और पैरों के प्रसारकों को मजबूत करता है। पंजों के बल चलने से पिंडलियों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और बारंबार सिकुडऩे वाली, छोटी होती हुई पंजों की अंगुलियों की प्रसारकों को फैलाती है।

आसन इन निम्नलिखित श्रेणियों में शामिल किया जाता है:
पंजों की गतिशीलता एवं रक्त संचार बढ़ाने और पादांगुलियों की मजबूती के लिए आसन और व्यायाम
शिराओं के पुनर्भरण हेतु आसन और व्यायाम