प्रारंभिक स्थिति:
ध्यान मुद्रा।

श्वास:
सामान्य श्वास लेना।

अवधि:
प्रारंभ में 10-20 मिनट, बाद में 30-60 मिनट।

अभ्यास:
आत्म-मनन ध्यान के आठ स्तरों का वर्णन आठ अभ्यास स्तरों के बाद किया गया है।

  • शरीर और श्वास की एकता के प्रति जागरूकता

  • शरीर और श्वास की एकता के प्रति जागरूक रहें। पूरक के साथ शरीर के फूलने और रेचक के साथ शरीर के सिकुडऩे का निरीक्षण एवं उसका अनुभव करें।

  • यह अनुभव करें कि श्वास नाक के द्वारा न केवल अन्दर ली जाती है अपितु शरीर के माध्यम से भी अन्दर जा रही है। अनुभव करें कि श्वास का प्रवाह किस प्रकार पूरे शरीर में एक धार के रूप में फैल रहा है।